ज़िंदगी का सफर - 💞हमसफ़र के साथ💞 "भाग 83"
अध्विक अपने रूम से बाहर आया ही था की उसे आन्या मिलती है, वो आगे जाता उससे पहले ही आन्या ने उसे रोका और बोली
आन्या :- अध्विक भैया रुकिए कहा चले आप मेरी बात तो सुनिये
अध्विक ( रूककर पलटते हुए ) :- क्या हुआ आन्या क्यू रोका मुझे कुछ काम था क्या
आन्या :- भैया मुझे आपसे पूछना था की आप और इवान भैया डाइनिंग टेबल से चले क्यू गये थे और मेरे सवाल का जबाब भी नही दिया था
अध्विक अब सोच मे पड़ गया की वो आन्या को क्या जबाब दे तभी उसे एक आइडिया आया और वो आन्या से बोला
अध्विक :- आन्या तुम ना ये सवाल राहुल जीजू से पूछना वो अच्छे से बता पाएंगे तुम्हे, मुझे अभी ऑफिस जाने के लिए लेट हो रहा है तो मै चलता हु ओके, बाय अपना और मेरे भांजे का ख्याल रखना मोटी
इतना बोलकर अध्विक जल्दी से भाग गया और आन्या बस मुँह खोले उसे देखती रह गई
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रीमा हॉस्पिटल से बाहर आई और अपने घर गई तो उसने देखा उसके पड़ोसी अजीब नज़रो से देख रहे थे, पर वो उन्हे इग्नोर कर घर के अंदर गई तो उसने देखा उसके घरवाले उसे गुस्से से देख रहे थे, ओर उसकी माँ लगातार रोये जा रही थी, वो परेशान होकर अपनी माँ के पास गई ओर बोली
रीमा :- क्या हुआ माँ आप रो क्यू रही है, आप सब ऐसे क्यू खड़े है जैसे बहुत कुछ हो गया हो कुछ तो बताइये ना कुछ प्लीज
रीमा के बार बार पूछने पर जब कोई कुछ नही बोला तो रीमा परेशान हो गई, वो अभी कुछ बोलती उससे पहले ही रीमा के पापा उसके पास आये ओर उसके गाल पर एक जोरदार तमाचा जड़ दिया, रीमा हैरानी से उन्हे देखने लगी, तो उसकी माँ उठकर उसके पास आई ओर उसे झकझोरते हुए बोली
रीमा की माँ :- ये क्या किया रीमा तूने, तु इसलिए रात रात भर हॉस्पिटल मे रहती थी की हॉस्पिटल के नाम पर तु ऐसे काम करे छी, हे भगवान तूने मुझे ऐसी औलाद दी ही क्यू, और दी भी तो इसके पैदा होते ही मर क्यू नहीं गई ये, आखिर ये दिन ही दिखाने के लिए इसे पाला था
रीमा की माँ फिर रोने लगी, पर रीमा को कुछ समझ नहीं आ रहा था की ये हो क्या रहा है सब उसे ऐसा क्यू कह रहे है, तभी उसके पापा ने उसे एक और जोरदार चाटा मारा की वो नीचे जा गिरी, उसने अपने गाल पर हाथ रख अपने पापा की तरफ आश्चर्य से देखा तो उसके पापा गुस्से से बोले
रीमा के पापा :- निकल जा मेरे घर तु रीमा, तु मेरी बेटी नही हो सकती, क्या ये दिन देखने के लिए ही तुझे हमने पाला इतना बड़ा किया पढ़ाया लिखाया और डॉक्टर बनाया की तु हमारी नाक कटवा दे, सारे समाज मे मुँह दिखाने लायक ना छोड़े
रीमा ( हिम्मत कर बोली ) :- पर मैने किया क्या है पापा जो आप और माँ ये सब कह रहे है
रीमा की माँ ( गुस्से से ) :- इतना सब करने के बाद भी पूछ रही है की क्या किया है तो देख ये ( मोबाइल रीमा के सामने करते हुए ) किया है तूने, ये सब करते हुए तुझे शर्म नहीं आई, एक बार भी हमारा ख्याल नही आया की ये सब करने से हमारी समाज मे क्या इज़्ज़त रह जाएगी बता😡
रीमा मोबाइल मे वो सब देखकर हैरान हो गई क्यूकी उसमे उसकी वो फोटोज डली हुई थी सोशल मीडिआ पर जिसमे वो किसी के साथ सम्बन्ध बना रही थी, उसने स्क्रॉल किया तो उसने और फोटोस थी जिनमे कभी मनीष था तो कभी कोई और लड़का, वो ये सब देखकर हैरान हो गई की ये फोटोज किसी के पास आई कहा से, और इतनी पुरानी फोटोज भी कैसे आई, उसे लगा जरूर ये सब राहुल ने ही किया है, इस सोच से ही उसे बहुत गुस्सा आया पर उसने खुद को संभाला और कुछ बोलने को हुई की उसके पापा गुस्से से बोले
रीमा के पापा :- रीमा चली जा इस घर से अब इस घर मे तेरे जैसी लड़की के लिए कोई जगह नही है, चली जा यहां से, मर गई है आज से तु हमारे लिए, अब कभी दोबारा अपनी शकल मत दिखा देना समझी, चल निकल यहा से
रीमा के पापा ने रीमा को उसकी बाह से पकड़ कर खड़ा किया और उसे घर से बाहर धक्का देकर निकाल दिया और फिर घर के अंदर जाकर दरवाजा बंद कर दिया
रीमा धक्का देने से नीचे जा गिरी उसके हाथ और पेर छील गये थे, सभी पड़ोस वाले उसने घिन्न भरी नज़रो से देख रहे थे जैसे वो कोई कूड़ा कचरा हो, अपने घरवालों की बेरुखी देख उसकी आँखे भर आई थी उसने अपने आँशु साफ किये और उठकर धीमे कदमो से वहा से चली गई
उसने गुस्से से मन ही मन राहुल से बदला लेने की सोची ।
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दोपहर को किआरा अपने रूम मे बैठी लैपटॉप पर कुछ कर रही थी तभी उसके पास एक मेल आया, उसने उसे चेक किया तो वो मेल उसके सीनियर का था, जिन्होंने मिशन से रिलेटेड अपडेट दी थी, उसने उसमे चेक किया तो पता चला की उस मिशन के लिए उसे 21 को मिशन के लिए शिमला जाना था और वही उन्हे मिशन के बारे मे अपडेट मिलेगी, अब वो सोचने लगी की वो कैसे जा पायेगी, वो इवान को इस बारे मे बताने की सोचने लगी, उसने अब कल वन्या और उत्कर्ष के बर्थडे के बारे मे सोचा, वो जाने से पहले उन दोनो का पहला जन्मदिन स्पेशल बनाना चाहती थी इसलिए वो उसकी तैयारियां करने लगी
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चौहान कॉर्पोरेशन,
अपने केबिन मे बैठा इवान लैपटॉप पर कुछ काम कर रहा था, पर उसके दिमाग मे बार बार किआरा का ही ख्याल आ रहा था, की कुछ दिनों बाद किआरा मिशन पर जाएगी, उसे उसकी फ़िक्र हो रही थी, वो अपना काम कर ही रहा था की तभी उसके केबिन का डोर नोक हुआ और सुजीत जी आये, उन्होंने इवान से एक मीटिंग की बात की और बोले
सुजीत जी :- बेटा तुम्हे इसके लिए शिमला जाना पड़ेगा क्युकी ये मीटिंग वही पर है, और हम इसे मिस नहीं कर सकते, अगर ये प्रोजेक्ट हमारे पास आ गया तो इससे हमे बहुत प्रॉफिट होगा और हमारे वर्कर्स को इस बार एक्स्ट्रा इनकम मिल सकेगी
इवान :- ठीक है पापा मै चला जाऊंगा, अच्छा कब जाना है
सुजीत जी :- बेटा 21 को जाना है, मीटिंग 2 दिन होगी एक 22 को और 25 को तो तुम्हे एक वीक रुकना पड़ सकता है
इवान :- ओके पापा मुझे कोई प्रॉब्लम नही है मै चला जाऊंगा
सुजीत जी ने मुस्कुरा दिये फिर कुछ देर और उस मीटिंग से रिलेटेड बात की और फिर अपने केबिन मे वापस चले गये
To be continued.......................
थैंक्यू सो मच आप सभी को मेरी स्टोरी पढ़ने के लिए।
इसी तरह आप सब मेरी स्टोरी पढ़ते रहिये और कमेंट
आँचल सोनी 'हिया'
05-Jan-2023 04:32 PM
Good
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Gunjan Kamal
31-Dec-2022 12:17 PM
बेहतरीन भाग
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Varsha_Upadhyay
30-Dec-2022 05:08 PM
शानदार
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